7.60 lakh robbed from ATM in Kishangarh, accused absconding: किशनगढ़ मैं एटीएम से 7.60 लाख की लूट, आरोपी फरार

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चंडीगढ़ के आईटी पार्क थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से साढे सात लाख रुपए से अधिक की रकम लूट कर आरोपी फरार हो गया। वारदात बुधवार रात करीब 8:30 बजे की है। लेकिन वारदात का पता प्रबंधन को वीरवार सुबह तब चला जब बैंक के एटीएम में पैसे डाले होने के बावजूद भी रकम ना निकलने की जानकारी मिली। एटीएम पर पहुंचे अधिकारियों ने पाया कि मशीन का पिछला हिस्सा खुला हुआ है और एटीएम मशीन के अंदर मौजूद कैश स्ट्रांग रूम से पैसे गायब है। जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को शक है कि वारदात के पीछे कहीं ना कहीं किसी बैंक कर्मचारी का ही हाथ है। पुलिस ने मामले में बैंक अधिकारियों की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के किशनगढ़ ब्रांच में मौजूद एटीएम से बुधवार रात 7,64,500 लूट लिए गए। वीरवार को एटीएम को तोड़कर गायब हुए पैसे की जानकारी मिलते ही बैंक अधिकारियों की ओर से सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने बैंक के एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे मिले लिए। पुलिस सूत्रों की माने तो सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर से रात 8:30 बजे करीब नकाबपोश एक व्यक्ति एटीएम बूथ में दाखिल होता नजर आ रहा है। इसके बाद आरोपी सीधे भूत में लगी एटीएम मशीन के पीछे चला जाता है। वहां पहुंचने के बाद आरोपी बैठ जाता है और मशीन के पिछले हिस्से को खोलता हुआ साफ तौर से सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है। एटीएम मशीन का पिछला हिस्सा खोलने के बाद आरोपी मशीन के अंदर मौजूद कैश लेकर एटीएम से फरार हो जाता है। पुलिस ने बैंक एटीएम से मिले सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद बैंक अधिकारियों की शिकायत पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
वारदात के बाद एटीएम की जांच करते पुलिस के जांच अधिकारी
पुलिस को वारदात के पीछे बैंक कर्मी की संलिप्तता का शक..
सूत्रों के मुताबिक किशनगढ़ स्थित बैंक के एटीएम बूथ को जिस आसानी से लूट लिया गया। उससे पुलिस को शक है कि वारदात में किसी ना किसी बैंक कर्मी की आवश्यक संलिप्तता है। दरअसल मामले की पड़ताल के दौरान पुलिस को पता चला कि जिस एटीएम पर यह वारदात हुई। उस एटीएम में मौजूद 7,64,500 रुपए पहले से ही पूरी तरह से लॉक थे। बैंक अधिकारियों के मुताबिक एटीएम को तोड़ने के बाद भी कैश नहीं निकाला जा सकता। दरअसल मशीन के अंदर जिस स्ट्रांग रूम में कैश रखा जाता है। उसे केवल उसके सीक्रेट ऑपरेशनल कोड के जरिए ही खोला जा सकता है। लेकिन जिस तरह से आरोपी ने चंद मिनटों में बड़ी आसानी से वारदात को अंजाम दिया। इससे पुलिस को शक है कि आरोपी को पहले से ही एटीएम में कैश की मौजूदगी और ऑपरेशनल कोड के बारे में जानकारी थी।
दो लोगों को थी ऑपरेशनल कोड की जानकारी..
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ब्रांच मैनेजर प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि ऑपरेशन ओं कोड की जानकारी दो लोगों को थी।
जिसमें से एक मैनेजर और दूसरा बैंक के ही एक अन्य अधिकारी को थी।
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