Australian bowler Peter Siddle succumbed to smoke in match, doctors had to call: मैच में धुएं से बीमार हुआ आॅस्ट्रेलियाई गेंदबाज पीटर सिडल दम घुटने लगा, डॉक्टर्स को बुलाना पड़ा

0
227

सिडनी। आॅस्ट्रेलिया में प्रदूषण का स्तर लगातार गिरता जा रहा है, जिसका असर अब उसके खिलाड़ियों पर भी दिखने लगा है। शनिवार को बिग बैश लीग में एडिलेड स्ट्राइकर्स और सिडनी थंडर्स का मैच धुएं और खराब एयर क्वालिटी की वजह से रद्द कर दिया गया था। कैनबरा में खेले गए इस मैच के दौरान अचानक स्टेडियम में धुआं ही धुआं फैल गया था, जिसकी वजह पूर्वी आॅस्ट्रेलिया में लगी भयानक आग थी। अचानक मैदान पर फैले इस धुएं की वजह से मैच ही रद्द नहीं हुआ बल्कि इसके साथ-साथ आॅस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पीटर सिडल की तबीयत भी बिगड़ गई।
एडिलेड स्ट्राइकर्स के कप्तान एलेक्स कैरी ने मीडिया को जानकारी दी कि कैनबरा में धुएं की वजह से तेज गेंदबाज पीटर सिडल की तबीयत बिगड़ गई थी। सिडल को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी और उनकी तबीयत इतनी खराब हो गई डॉक्टरों को बुलाना पड़ा। सिडल ने उस मैच में दो ओवर फेंके थे लेकिन खराब एयर क्वालिटी की वजह से मैच को रोकना पड़ा और जब वो पैवेलियन वापस आए तो उनकी तबीयत बिगड़ गई।
एलेक्स कैरी ने कहा, हमारी टीम में कुछ खिलाड़ियों को सांस लेने में दिक्कत हैं। अच्छी बात ये है कि वो ज्यादा वक्त तक कैनबरा के मैदान में नहीं रहे। अब सब कुछ ठीक है और पीटर सिडल बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए आॅस्ट्रेलियाई टीम से जुड़ गए हैं। कैरी ने कैनबरा में मैच रद्द करने के फैसले को सही करार दिया। उन्होंने कहा कि मैच से पहले खिलाड़ियों, अंपायर और जनता का स्वास्थ्य है।
आॅस्ट्रेलियाई इतिहास का पहला मामला है जब खराब एयर क्वालिटी के कारण मैच रद्द करना पड़ा है। इस मुकाबले में एडिलेड स्ट्राइकर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 161 रन बनाए। इसके बाद सिडनी थंडर्स जब लक्ष्य का पीछा करने आई तो 4.2 ओवर में खेल रोक दिया गया। मैदान पर आग का धुआं फैल गया था और खिलाड़ियों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। आखिर में मैच रेफरी ने इस मैच को रद्द कर दिया।
वैसे कैनबरा ही नहीं सिडनी में भी स्मॉग की वजह से मैच पर असर पड़ा था। शेफील्ड शील्ड में न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड के बीच मुकाबले में एयर क्वालिटी बेहद खराब थी। हालांकि ये मैच रद्द नहीं हुआ लेकिन खिलाड़ियों ने इसे खिलाड़ियों और बच्चों के लिए बेहद खतरनाक बताया था।

SHARE