‘SAMANA SAWALO KA’ Haryana Assembly Speaker Kanwar Pal Singh Gurjar with Chief Editor ITV Network Multi Media Ajay Shukla: ऐसा पारदर्शी शासन सरकार ने दिया जो अपने आप में बेमिसाल है

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अंबाला। मेरा अनुमान है कि माइनिंग से सालाना करीब अढ़ाई सौ करोड़ रुपए सरकार की आय होती है। यह सारा कुछ सरकार का है, आम आदमी को पता नहीं है वह सभी कार्य जायज है। हां मैं यह मानता हूं कि कुछ अवैध माइनिंग भी होता है। जो भी अवैध माइनिंग करता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होती है। अवैध माइनिंग का काम रोकना सरकार का है। 2014 में जनता ने हमारे उपर बहुत विश्वास किया। इसके बाद जब 2014 में हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, उस समय हमारा वोट प्रतिशत 35 था अबकी बार के चुनाव में 58 प्रतिशत वोट हमारी पार्टी को मिला। इसका मतलब हम काम ठीक कर रहें हैं, लोगों की हमारे बारे में जो सोच थी उसपर हम खरे उतरे हैं। मुख्यमंत्री ने एक लक्ष्य दिया है कि हमें 75 प्लस जीतना है। अबकी बार ऐसे चांस है कि 90 सीट भी हम जीत सकते हैं। ऐसा पारदर्शी शासन सरकार ने दिया जो अपने आप में बेमिसाल है। यही कारण है कि देश में जितनी बड़ी लीड हमने हरियाणा में ली वह रिकॉर्ड बन गया। यमुना की सफाई के लिए सीटीपी मंजूर कर दिया गया, जल्द इस पर काम शुरू होगा। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष कंवरपाल सिंह गुर्जर इंडिया न्यूज हरियाणा पर सामना सवालों का में आईटीवी के प्रधान संपादक मल्टी मीडिया अजय शुक्ल के सवालों का जवाब दे रहे थे। प्रस्तुत है प्रधान संपादक और कंवरपाल सिंह गुर्जर के बीच हुई बातचीत के प्रमुख अंश।

सवाल: कंवरपाल सिंह गुर्जर यमुनानगर के जगाधरी की जनता ने यकीन करते हुए चुनाव जितवाया। जगाधरी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, उस गढ़ को आपने तोड़ा। इस गढ़ को तोड़ने के लिए कोई टैक्ट अपनाए थे, इसके लिए आपने क्या किया।
जवाब: परिसीमन से पहले हलका छिछरौली और जगाधरी अलग-अलग होता था। परिसीमन के बाद छदरौली हलका समाप्त हो गया और जगाधरी बना। इसमें जो छछरौली हलके की अधिकतर वोट था वह जगाधरी में आया। इस हलके से पहले मैं विधायक रहा था। पहले जो मैंने काम किया था, और मेरा व्यवहार पसंद आया, इसके बाद सारा कुछ सकारात्मक था। शहर में आने के बाद इसका लाभ मिला। पिछले चुनाव में मोदी की एक वेब थी केंद्र में हमारी सरकार भी बनी थी, दूसरा ने संगठनात्मक तौर पर भाजपा अच्छी स्थिति में थी।

सवाल: आपने दो चीजें कहीं, भारतीय जनता पार्टी अच्छी पोजीशन में थी, मोदी का एक वेब था और आपके पिछले काम थे। आज आपका विपक्ष कहता है कि आज के समय में उस क्षेत्र में खनन का एक धंधा हो गया है, इस खनन के धंधे को विधान सभा अध्यक्ष कंवरपाल का संरक्षण है।
जवाब: जब पिछली सरकार ओम प्रकाश चैटाला की थी तो उस समय इस तरह के काम और धंधे होते थे। क्योंकि पिछली सरकार निरंकुश थी। ऐसा नहीं कि केवल जगाधरी में पूरे हरियाणा में जिस प्रकार चलती थी वह सभी को पता है कि वह सरकार किस तरह चलती थी। एक ही आदमी का आदेश होता था कि जो चाहे करे, लेकिन उसके बाद कांग्रेस की सरकार बनी और उस पर प्रतिबंध लगा। प्रतिबंध लगने के कारण जो अवैध माइनिंग और चोरी थी वह शुरू हुई, क्योंकि जब आपने किसी को ठेका ही नहीं दिया तो जितना कुछ है वह अवैध ही है। जब हमारी सरकार बनी और वहां के लोगों की डिमांड थी कि बहुत से लोग उस रोजगार से जुड़े थे। 125 से अधिक स्टोन क्रेशर हैं वहां पर काम करने वाले कई हजार लोग हैं। हमने लोगों की मांग को देखते हुए प्रयास किया और माइनिंग खुल गई। माइनिंग खुलने के बाद सरकार ने उसका ठेका दिया। मेरा अनुमान है कि सालाना करीब अढ़ाई सौ करोड़ रुपए सरकार की आय होती है। यह सारा कुछ सरकार का है, आम आदमी को पता नहीं है वह सभी कार्य जायज हंै। हां मैं यह मानता हूं कि कुछ अवैध माइनिंग भी होता है।

सवाल: मैं वही कहा रहा हूं कि आम जनता की तरफ से हमारे पास इस तरह की कोई बात नहीं आई है। यह आरोप वही दल लगा रहें हैं जिनकी चुनाव में आपसे लड़ाई रहती है। विपक्ष कहता है कि हमारे पास इसके प्रमाण है कि यह सब धंधा विधानसभा अध्यक्ष कराते हैं।
जवाब: मैं विपक्ष का स्वागत करूंगा कि वह प्रमाण प्रस्तुत करें। कोई माइनिंग का काम नहीं करता और न ही मेरे परिवार का कोई सदस्य इस तरह का काम करता है। आज तक हमने एक इंच जमीन भी माइनिंग के नाम पर नहीं खोदी है। मेरे पास स्टोर क्रेशर है, स्टोर क्रेशर का मतलब होता है कि जो माल निकालकर कोई और आता है उसे हम तोड़ते हैं। अवैध माइनिंग का काम रोकना सरकार का है। जो भी अवैध माइनिंग करता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होती है।

सवाल: आपके मुताबिक विपक्ष के आरोप झूठे हैं, वहां लोगों को रोजगार मिला। दूसरी तरफ आपके विपक्षी एक और आरोप लगाते हैं कि पिछले दिनों एसएससी और दूसरी जगह कुछ गड़बड़ियां हो रही थी, उन गड़बड़ियों में आपका रोल था। इस आरोप पर आप क्या कहेंगे।
जवाब: मेरे तो ध्यान में नहीं है कि इस तरह का कोई मामला हो। देखिए कोई भी आदमी बाहर किसी का भी नाम लेकर पैसा ले ले। सभी को पता है कि हरियाणा में इमानदारी और पारदर्शी रूप से नौकरी मिल रही है। अगर कोई आदमी किसी का भी नाम लेकर पैसा लेता है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जिन लोगों ने पैसे लिए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है। इस तरह के बेइमान लोग मार्केट में घूमते रहते हैं। वहीं आज हर आदमी को पता है कि बिना मेरिट के कोई नौकरी नहीं मिलेगी। इसका कारण यह है कि पिछली सरकारें ऐसी ही रही है कि सिफारिशी या पैसे से नौकरी मिल रही थी।

सवाल: इस समय विधानसभा चल रहा है, विधानसभा में कई मुद्दे लंबित हैं। कुछ सदस्यों ने दल बदल किया है, ऐसी स्थिति में आप कैसे निष्पक्ष और न्यायिक ढंग से कार्य करेंगे। क्या आप यह कर सकेंगे।
जवाब: हम कार्रवाई तभी करेंगे जब हमारे पास कोई शिकायत करेगा। बलवान सिंह दौलत हमारी पार्टी में आए, लेकिन हमारी पार्टी में आने से पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया। ऐसे ही और लोग हैं। पहले इनेलो में रहे बलवान सिंह ने शिकायत की थी कि चार सदस्य इंडियन नेशनल लोक दल से चुनाव जीतकर आए थे और अब यह जजपा में चले गए हैं। उस शिकायत पर कार्रवाई चल रही है। जांच होने पर समय तो लगेगा। अगर कोई यह कहता है कि मैं साथ-साथ उसे बुलाकर सदस्यता समाप्त कर दूं तो यह संभव नहीं है। जो शिकायत किया कि इन्होंने दल बदल किया है तो उसे भी प्रमाण देना पड़ेगा।

सवाल: इनेलो के नेता कहतें हैं कि जजपा पर इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है क्योंकि जजपा ने भाजपा की बी पार्टी के रूप में काम किया है। भाजपा के प्रत्याशी को चुनाव जिताने में परोक्ष रूप से भूमिका निभाई है। इसलिए उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है।
जवाब: देखिए आज जजपा और आईएनएलडी का कोई अस्तित्व नहीं है न वह किसी को हरा सके और न जिता सकते हैं। जिसको 1.8 प्रतिशत वोट मिल रहा है वह किसको हरा और जिता सकता है। हराने जिताने वाला कुछ बचा नहीं है, लेकिन हम नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।

सवाल: आज हर जगह भारतीय जनता पार्टी का परचम लहरा रहा है। हर व्यक्ति ने आप पर यकीन किया है, बहुत लंबे समय बाद यह वक्त लौटा है। क्या आप उनके अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं।
जवाब: 2014 में जनता ने हमारे उपर बहुत विश्वास किया। इसके बाद जब 2014 में हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, उस समय हमारा वोट प्रतिशत 35 था अबकी बार के चुनाव में 58 प्रतिशत वोट हमारी पार्टी को मिला। इसका मतलब हम काम ठीक कर रहे हैं, लोगों की हमारे बारे में जो सोच थी उसपर हम खरे उतरे हैं। 79 सीट ऐसी है जिसपर हमारी पार्टी को बढ़त मिली है। आज के पहले लोगों को गलतफहमी का शिकार बनाकर रखा, लेकिन जब लोगों ने हमें और हमारा काम देखा तो उससे भी ज्यादा भरोसा किया। इस बार जितना वोट हमें मिला है ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम और अधिक काम करके लोगों की समस्याओं का समाधान करें।

सवाल: दुष्यंत चैटाला कहते हैं कि आप पहले कहते थे कि 80 प्लस, अभी आपके मुख्यमंत्री ने बोला कि 75 पार। पांच सीट घट गई ऐसा तो नहीं कोई बात हो गई और वह डर गए।
जवाब: मुख्यमंत्री ने एक लक्ष्य दिया है कि हमें 75 प्लस जीतना है। अबकी बार ऐसे चांस है कि 90 सीट भी हम जीत सकते हैं। हम जब बैठक करते हैं तो कहते हैं कि हमें हर बूथ से 51 प्रतिशत वोट लेना है। ऐसा नहीं कि हम 51 पर ही टिके रहे, हमें 85 प्रतिशत वोट भी लेना है। मेरे क्षेत्र में 83 प्रतिशत वोट मिले हैं।

सवाल: कहा जाता है कि यह चुनाव नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ा गया, यह आप और आपकी पार्टी भी कहती है। यह भारतीय जनता पार्टी जो मोदी के नाम पर चुनाव लड़ रही है, क्या विधानसभा चुनाव जीत सकेगी, क्योंकि विस चुनाव में स्थानीय मुद्दे भी होंगे।
जवाब: देखिए हमने पूरे देश में चुनाव जो लड़ा वह नरेंद्र मोदी के नाम पर लड़ा। इसके साथ-साथ हमारी सरकार और मुख्यमंत्री ने जो काम किया है वह भी साथ थे। पूरे देश में जितनी बड़ी लीड हमने हरियाणा में ली वह अपने आप में बेमिसाल है। 3 लोग ऐसे हैं पूरे देश में जो सबसे ज्यादा वोट लिया, उसमें एक गुजरात और दो हरियाणा के हैं। इसमें हरियाणा के एक संजय भाटिया और कृष्णपाल गुर्जर हैं। हमारे यहां जितनी भी सीट हैं उसमें तीन लाख से उपर ही जीते हैं। हमने जितने ईमानदारी से काम किया, जनता ने भी उतनी ही निष्ठा के साथ भाजपा के पक्ष में वोट किया और आशीर्वाद दिया।

सवाल: जनता ने जब आशीर्वाद दिया तो अपेक्षाएं भी की। उनकी (जनता की) अपेक्षाओं के मुताबिक आपने हरियाणा में कौन से पांच काम किए हैं जिन पर कहा जाए कि आप सबसे अलग हैं।
जवाब: नौकरियों के मामले में सरकार ने जो काम किया है वह बहुत निष्पक्षता का काम है। आज तक हरियाणा में कोई नहीं यकीन करता था कि मेरिट पर नौकरी मिलेगी। हरियाणा तो इसलिए बदनाम था कि अगर आपको नौकरी मिलेगी तो उसके लिए सिफारिश चाहिए होगी। इसी तरह विकास का काम था, जो पहले सरकारें रहीं वह पक्षपात करती थी। अगर मेरा क्षेत्र है अधिक विकास कराया जाएगा, यदि दूसरे का है तो वहां कम विकास कार्य होगा। वर्तमान सरकार ने भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए सारा सिस्टम आॅन लाइन किया। जिस तरह पिछली सरकार में सीएलयू व्यापार था, अब वर्तमान मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएलयू देने का काम हमारा नहीं है यह अधिकारी देंगे, अधिकारी के उपर यह काम छोड़ दिया। पहले कानून व्यवस्था पर नजर दौड़ाई जाए तो देखने को मिलेगा कि जो बदमाशी करने वाले लोग होते थे उनके पीछे सरकार का हाथ होता था। मौजूदा सरकार के साढ़े चार साल के समय में किसी गुंडे का सहयोग करने के लिए मुख्यमंत्री के आॅफिस में कोई घुस भी नहीं सकता है। गुंडे की पैरवी करने वाले के पैर अपने आप कांप जाएगे कि सीएम से किस मुंह से बात करेंगे। अगर वह कहीं बचता भी होगा तब भी ऐसे गुंडे के खिलाफ कार्रवाई होगी। ऐसा पारदर्शी शासन सरकार ने दिया जो अपने आप में बेमिसाल है।

सवाल: आपको कहा जाता है कि जो अपेक्षाएं थी उसे पूरा नहीं किया, शायद यही वजह है कि लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी को कई गांवों में लोगों ने भगाने तक का काम किया। इसकी क्या वजह है।
जवाब: यह सरासर गलत है, हमने जो काम किया वह लोगों की अपेक्षा से अधिक काम किया। मैं समझता हूं कि जो डिमांड थी उसे भी किया, जहां तक प्रत्याशी को खदेड़ने की बात है तो ऐसा कहीं भी नहीं हुआ। सिर्फ एक घटना हुई जो आदमी जेजेपी का था, आज भी उसके घर पर जेजेपी का झंडा है। मैं उस गांव में दोबारा गया तो सभी गांव वालों ने कहा कि यह एक षड़यंत्र था। हलके में कहीं भी किसी ने कोई एतराज नहीं किया। इसके बाद अगर वोट देखा जाए तो पिछले चुनाव से 50 प्रतिशत वोट बढ़ गया। जहां तक कार्यों की बात है तो हमने रिकॉर्डतोड़ विकास कार्य कराए हैं। इसमें कुछ काम ऐसे भी हैं जिसकी लोगों ने मांग तक नहीं की थी। जैसे हमने छछरौली में अस्पताल बनवाया। जहां पहले छह बेड का अस्पताल था वहां अब आठ बेड है। वहीं हमने एक आईटीआई बनाई, यह किसी की डिमांड नहीं थी। यह हमारी सोच थी कि बच्चों को आईटीआई के लिए बाहर जाना पड़ता था, इसे देखते हुए एक बेहतर आईटीआई का निर्माण कराया, साथ स्कूल और कॉलेज को अपग्रेड किया। इसी तरह सड़क और पुल का संजाल बिछाया गया है।

सवाल: यमुना यहां से होकर गुजरती है, प्रधानमंत्री की सोच है कि गंगा और युमना से लेकर अन्य महत्वपूर्ण नदियों की सफाई कराई जाए। यमुना में जगाधरी से गंदगी जा रही है। यमुना की गंदगी को साफ करने के लिए क्या प्लान है, कब स्वच्छ होगी यमुना।
जवाब: एसटीपी की तरफ सरकार का काफी ध्यान है। आने वाले दिनों में यकीन दिलाते हैं कि इस समस्या का समाधान करेंगे। जो पानी उसमें डाला जाता है वह ट्रीट करके ही प्रयोग में लाया जाता है, फिर भी मैं मानता हूं कि कुछ कमियां हैं इसे दूर करने के लिए हमने एक सीटीपी मंजूर कराया है। सीटीपी प्राइवेट आदमी लगाएगा इसके लिए मंजूरी भी दे दी गई है। जल्द ही इस पर काम शुरू होने वाला है।

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